tag:blogger.com,1999:blog-3454215158053020851.post588879378006417058..comments2023-10-12T08:03:00.002-07:00Comments on कुमार अम्बुज: अपमानकुमार अम्बुजhttp://www.blogger.com/profile/02635510768553914710noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-3454215158053020851.post-34968932761672712022011-09-08T22:17:31.534-07:002011-09-08T22:17:31.534-07:00bahut achchhe!bahut achchhe!ajithttps://www.blogger.com/profile/17703363111221334431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3454215158053020851.post-47751107833264429252011-04-04T07:02:24.323-07:002011-04-04T07:02:24.323-07:00आप देख सकते हैं : यदि आपके पास चप्पलें या स्वेटर न...आप देख सकते हैं : यदि आपके पास चप्पलें या स्वेटर नहीं हैं<br />तो कोई आपको चप्पल या कपड़े नहीं देगा सिर्फ अपमानित करेगा<br />या इतना बड़ा अभियान चलायेगा और इतनी चप्पलें<br />इतने चावल और इतने कपड़े इकट्ठे हो जायेंगे<br />कि अपमान एक मेला लगाकर होगा<br />कहीं-कहीं वह बारीक अक्षरों में लिखा रहता है<br />और अनेक जगहों पर दरवाजे के ठीक बाहर तख्ती पर<br /><br />और हमे तो आदत ही हो गई है... अपमानित होने कीप्रदीप कांतhttps://www.blogger.com/profile/09173096601282107637noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3454215158053020851.post-51341042570200921712011-03-26T08:03:37.955-07:002011-03-26T08:03:37.955-07:00इस त्रयी की तीनों कविताएँ - धूप में रहना है, अपमान...इस त्रयी की तीनों कविताएँ - धूप में रहना है, अपमान तथा बचाव - विलक्षण हैं। यदि आपकी अनुमति हो तो इन कविताओं को काव्य-प्रसंग पर लगाना चाहूँगा।परमेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/07894578838946949457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3454215158053020851.post-61149701224550272102011-03-24T10:14:12.308-07:002011-03-24T10:14:12.308-07:00Bahut achchheeBahut achchheeस्वप्नदर्शीhttps://www.blogger.com/profile/15273098014066821195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3454215158053020851.post-79223186873973644512011-03-16T00:07:10.188-07:002011-03-16T00:07:10.188-07:00महाभारत के एक प्रसंग की याद दिला दी , जब अर्जुन यु...महाभारत के एक प्रसंग की याद दिला दी , जब अर्जुन युधिष्ठिर के वध की प्रतिज्ञा करता है , तो कृष्ण उन्हें युधिष्ठिर का अपमान करने को कहते हैं कि उनका अपमान ही उनकी मृत्यु है , और मृत्यु का पाप भी नहीं लगेगा |Neerajhttps://www.blogger.com/profile/11989753569572980410noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3454215158053020851.post-2722071914137826032011-03-15T10:12:21.748-07:002011-03-15T10:12:21.748-07:00प्रगतिशील वसुधा में आपकी 'कविता की स्मृति'...प्रगतिशील वसुधा में आपकी 'कविता की स्मृति'पढ़ती रहती हूँ ....यह कविता आज के समय की निर्मम त्रासदी है ,जिसे हम सभी कहीं न कहीं भुगत रहे हैं ...'अपमान' ने आजकल अपना वेश बदल लिया है और वह अब बड़े सभ्य और शातिर तरीके से मिलता है ...'' ठीक से अपमान किया जा सके इसके लिए बड़ी तनख्वाहें हैं ''.....सच !!! तनख्वाहें ही नही पुरस्कार भी घोषित हैं ...!सुशीला पुरीhttps://www.blogger.com/profile/18122925656609079793noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3454215158053020851.post-22517915819142388962011-03-15T09:10:27.306-07:002011-03-15T09:10:27.306-07:00वह शास्त्रोक्त है
उसके जरिये वध भी हो जाता है
और ह...वह शास्त्रोक्त है<br />उसके जरिये वध भी हो जाता है<br />और हत्या का कलंक भी नहीं लगता.bahut sunder...kavita vermahttps://www.blogger.com/profile/18281947916771992527noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3454215158053020851.post-17259325742826627002011-03-15T01:55:52.014-07:002011-03-15T01:55:52.014-07:00कुमार साब
प्रणाम !
या इतना बड़ा अभियान चलायेगा और...कुमार साब<br />प्रणाम ! <br />या इतना बड़ा अभियान चलायेगा और इतनी चप्पलें इतने चावल और इतने कपड़े इकट्ठे हो जायेंगे कि अपमान एक मेला लगाकर होगा! बेहद अच्छी लगी ये पंक्तिया , सुंदर कविता के लिए , साधुवाद !<br />सादर !सुनील गज्जाणीhttps://www.blogger.com/profile/12512294322018610863noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3454215158053020851.post-61372378391930055142011-03-14T23:35:36.466-07:002011-03-14T23:35:36.466-07:00बहुत अच्छी कविता .बहुत अच्छी कविता .Krishnakant Niloseyhttps://www.blogger.com/profile/06199568293475709308noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3454215158053020851.post-2284431527257979932011-03-13T08:41:32.224-07:002011-03-13T08:41:32.224-07:00एकदम दुरूस्त. हाकिम को हक़ है बेइज़्ज़्ती का.एकदम दुरूस्त. हाकिम को हक़ है बेइज़्ज़्ती का.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3454215158053020851.post-23270044726386444202011-03-13T00:10:50.324-08:002011-03-13T00:10:50.324-08:00या इतना बड़ा अभियान चलायेगा और इतनी चप्पलें इतने च...या इतना बड़ा अभियान चलायेगा और इतनी चप्पलें इतने चावल और इतने कपड़े इकट्ठे हो जायेंगे कि अपमान एक मेला लगाकर होगा..is kavita ki sabse adhbhut baat <br /><br />saadarपारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3454215158053020851.post-35394061528266352742011-03-12T21:35:00.500-08:002011-03-12T21:35:00.500-08:00वह शास्त्रोक्त है
उसके जरिये वध भी हो जाता है
और ह...वह शास्त्रोक्त है<br />उसके जरिये वध भी हो जाता है<br />और हत्या का कलंक भी नहीं लगता...<br /><br />बेहतर कविता...रवि कुमार, रावतभाटाhttps://www.blogger.com/profile/10339245213219197980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3454215158053020851.post-42324976643951910122011-03-12T18:49:12.195-08:002011-03-12T18:49:12.195-08:00बहुत गहन रचना.बहुत गहन रचना.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3454215158053020851.post-8163865190793005752011-03-12T10:51:08.443-08:002011-03-12T10:51:08.443-08:00...कविता में डूबना अपमान को महसूस करने जैसा है। बह......कविता में डूबना अपमान को महसूस करने जैसा है। बहुत अच्छी लगी यह कविता।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.com