कुमार जी यह अंतराल काफी ज्यादा नहीं हो जाएगा इस अंतराल को कम कर दें कम से कम रोज नहीं दो दिन में तो एक बार पढवा ही दें हमें
हां, मोहन जी, मैं इस बारे में कुछ करूंगा। दरअसल, दूसरी व्यस्तताएं इतनी ज्यादा हैं। बहरहाल, एकाध महीने में इस अंतराल को पाट सकूंगा। आपके प्रेम और उत्सुकता के लिए धन्यवाद।-कुमार अंबुज
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कुमार जी यह अंतराल काफी ज्यादा नहीं हो जाएगा इस अंतराल को कम कर दें कम से कम रोज नहीं दो दिन में तो एक बार पढवा ही दें हमें
हां, मोहन जी, मैं इस बारे में कुछ करूंगा। दरअसल, दूसरी व्यस्तताएं इतनी ज्यादा हैं। बहरहाल, एकाध महीने में इस अंतराल को पाट सकूंगा। आपके प्रेम और उत्सुकता के लिए धन्यवाद।
-कुमार अंबुज
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