गुरुवार, 7 नवंबर 2019

आज मैं वही सब कर रहा हूँ


मंगलेश डबराल की यात्राओं की दिलचस्प स्मृति लेखा पुस्तक 'एक सड़क एक जगह' में दर्ज
जापान के कवि सोइचिरो इवाकिरी की कविता, जो अनेक तरह से प्रासंगिक है:

"जीना लगातार तथाकथित स्व पर एक आघात है
आज मैं वही सब कर रहा हूँ जिसे कुछ दिन पहले
दूसरों को करते हुए देखकर चकित रह जाता था। ''


1 टिप्पणी:

Narender Singh ने कहा…

कम शब्द लेकिन बेहतरीन ...ये भी पढ़ें >>> कबीर के दोहे Kabir Ke Dohe are simple but meaningful.